बड़कोट से कोई वाहन नहीं मिला तो पैदल ही चल दिए

उत्तरकाशी। यमुनोत्री हाईवे राड़ी टॉप में बंद होने के कारण उन्हें बड़कोट से कोई वाहन नहीं मिला तो वे 12 बजे पैदल ही उत्तरकाशी की ओर चल पड़े।
जंगल के रास्ते में भारी बर्फ बिछी होने के कारण वह रास्ता भटक गए। वह पोल गांव और राड़ी टॉप के बीच मुराल्टा के जंगल में कहीं फंस गए। आसपास कोई गांव या आबादी नहीं होने से उन्हें आश्रय नहीं मिल पाया। कड़ाके की ठंड से उनके साथी अनुज सेमवाल की तबीयत बहुत बिगड़ गई।
जबकि विशाल और राजन उनसे आगे निकल गए। जंगल में भटकने पर उन्होंने विभिन्न माध्यमों से प्रशासन तक अपने फंसे होने की सूचना पहुंचाई। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन की टीम को मौके के लिए रवाना कर दिया गया था।