कांग्रेस में आपसी मतभेदों को भुलाने की कवायद तेज
देहरादून। लम्बे समय से आपसी मतभेद और मतभेदों के शिकार प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को शायद यह समझ आ गया है कि बिना एकजुटता के न पार्टी का कोई भला हो सकता है न खुद उनका। यही कारण है कि अब पार्टी के शीर्ष नेताओं ने एकता और एकजुटता के प्रयास तेज कर दिये है।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी के एक पूर्व अध्यक्ष ने वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को पत्र लिखकर एकजुट होने की पहल की है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष से अपील की है कि वह पार्टी केे सभी अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ मिल बैठकर आगे की रणनीति पर विचार विर्मश करना चाहते है। जानकारी के अनुसार पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह से कहा है कि कांग्रेस का एक गौरवशाली इतिहास रहा है और हम सभी पुराने नेताओं ने अनेक उतार चढ़ाव देखे है, और वर्तमान के संघर्षकाल में हम सभी को एकजुट रहने की जरूरत है।
जानकारी यह भी मिली है कि इस पत्र में उन्होने पूर्व सीएम हरीश रावत सहित अन्य सभी वरिष्ठ नेताओं का जिक्र करते हुए अपील की है कि हम सभी आपसे मिलने और भावी भविष्य की रणनीति पर विचार करने के इच्छुक है। ऐसी स्थिति में अब जब विधानसभा चुनाव में बहुत अधिक समय नहीं बचा है इन कांग्रेसी दिग्गज नेताओं की कोई बैठक शीघ्र संभावित है।
अभी बीते दिनों महंगाई के खिलाफ पूर्व सीएम हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह द्वारा अलगकृअलग धरने प्रदर्शन किये गये थे जिन्हे केंन्द्रीय नेतृत्व और प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह ने अत्यन्त ही गम्भीरता से लिया था। वहीं प्रीतम सिंह ने नेताओं की अपनीकृअपनी ढपली और अपनाकृअपना राग पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। आपसी मनभेद और मतभेदों के कारण ही कांग्रेस की यह दुर्दशा हुई है। इस बात को अगर यह कांग्रेस के नेता समझने और मानने को तैयार है और दिखावे के लिए नहीं बल्कि वास्तविक तौर पर तन मन धन से एक जुट होने को तैयार हो जाते है तो यह कांग्रेस के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।