थाना बड़कोट के प्रभारी निरीक्षक अजय सिंह ने नशा का गोरख धंधा के खिलाफ किया अभियान शुरू

देहरादून।नगर पालिका क्षेत्र में नशा का गोरख धंधा चरम सीमा पर फल फूल रहा था बड़कोट प्रभारी निरीक्षक थाना बड़कोट श्री अजय सिंह के द्वारा पदभार ग्रहण करने के उपरां—त नशा के धंधों मे सम्मिलित लोगों की धरपकड़ शुरू की तो स्थानीय स्तर पर जिन लोगों का धंधा प्रभावित हो रहा था वह बेहद बौखला गए तथा आए दिन पुलिस के विरुद्ध कुछ ना कुछ मनगढ़ंत कहानियां सोशल मीडिया एवं व्हाट्सएप के माध्यम से प्रचार पर मैं लगे हैं लेकिन स्थानीय स्तर पर जिम्मेदार नागरिकों जनप्रतिनिधियों विभिन्न सामाजिक संगठनों व प्रबुद्ध पत्रकारों के द्वारा पुलिस की कार्यप्रणाली की सराहना की जा रही है कार्यभार ग्रहण करते ही प्रभारी निरीक्षक श्री अजय सिंह के द्वारा क्षेत्र की जनता व्यापारियों सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों को साफ-साफ संदेश देने का प्रयास किया गया की आने वाली पीढ़ी को जो लोग बर्बाद करना चाहते हैं उन लोगों के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा गलत धंधे करने वाले लोगों की जगह जेल होगी इसी पर कुछ लोगों के द्वारा पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाने का प्रयास किया जा रहा है जोकि मिथ्या तथा गलत है पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह न लगाकर पुलिस के द्वारा किए जा रहे सराहनीय कार्य के लिए सार्वजनिक रूप सराहना की जानी चाहिए इससे पूर्व पुलिस के द्वारा कोरोना काल में स्थानीय जनता व्यापारियों के सहयोग से जरूरतमंद नागरिकों की मदद करने में किसी भी प्रकार की कमी नहीं की है पुलिस के कार्यप्रणाली पर वे लोग उंगली उठा रहे हैं जिन लोगों की दुकानें बंद हो गई तथा पुलिस के कठोर रवैया के कारण उनके धंधे चौपट हो गए कुछ लोग पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर जनता को गुमराह करते थे लेकिन पुलिस के द्वारा स्पष्ट संदेश देने के उपरांत की गलत काम करने वाले व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा वे लोग बेहद बौखलाहट में हैं जिसके कारण आए दिन पुलिस के खिलाफ कुछ ना कुछ मनगढ़ंत कहानियां सोशल मीडिया व्हाट्सएप के माध्यम से करते रहते है जिसकी स्थानीय स्तर पर भूरी भूरी भ र स ना होनी चाहिए इन दिनों सोशल मीडिया व व्हाट्सएप में बड़कोट पुलिस का एक वीडियो वायरल हो रहा है पुलिस अनजान व्यक्ति से यह पूछने का प्रयास कर रही है कि आप कहां से आए आपको कहां जाना है क्योंकि यात्रा बंद है पर्यटन बंद है अनजान व्यक्ति यदि क्षेत्र में दिखाई देते हैं तो पुलिस की नैतिक जिम्मेदारी बन जाती है की अनजान व्यक्तियों की व उनके ठिकाने के बारे में जानकारी हासिल करें लेकिन कुछ तथाकथित लोग उन लोगों को पनाह दे कर क्षेत्र में अपराध को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे हैं जोकि निरर्थक प्रयास है ऐसे लोगों की सार्वजनिक रूप से भ र स ना की जानी चाहिए इस पोस्ट के माध्यम से सुझाव देना चाहता हूं पुलिस के आला अधिकारी यो को ऐसे लोगों को चिन्हित कर समय-समय पर सामाजिक स्तर पर इनका बहिष्कार होना चाहिए ।