हरिद्वार शहर सीट पर कांग्रेस से भास्कर की दावेदारी से भाजपा बेचैन


हरिद्वार। हरिद्वार शहर सीट पर कांग्रेस ने अनिल भास्कर की दावेदारी से भारतीय जनता पार्टी में बेचैनी का माहोल है। साथ ही इस सीट से विधायक मदन कौशिक है। अनिल भास्कर कहीं उनकी परेशानी का सबब न बन जाए इसे लेकर भी भाजपाईयों के चेहरे पर चिंता की लकीरें उभरने लगी है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व काबीना मंत्री मदन कौशिक हरिद्वार शहर सीट से अपनी लगातार जीत दर्ज कराते हुए आए है। मदन कौशिक विधानसभा क्षेत्र के खन्ना नगर में निवास करते है जोकि जिसे हार्ट ऑफ सिटी भी कहा जाता सकता है। यह काफी घनी आबादी वाला क्षेत्र है। पिछले विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस ने सतपाल ब्रहमचारी को टिकट दिया था। बताया जा रहा है कि वे शांतिकुंज क्षेत्र के आसपास रहते है। जोकि इस विधानसभा  सीट के हिसाब से बाहरी इलाका है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि सतपाल ब्रहचारी के विधानसभा क्षेत्र के बाहरी इलाके में रहने के कारण मदन कौशिक की जड़े हिलाने की बात तो दूर वे उसे पूरी तरह से छू भी नही पाए। किन्तु इस बार इस विधानसभा क्षेत्र से आठ कांग्रेसियों ने दावेदारी की है। जिनमें वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अनिल भास्कर की दावेदारी प्रबल मानी जा रही है। राजनीतिक गलियारों में उसकी बड़ी वजह यह भी बताई जा रही है कि अनिल भास्कर व मदनकौशिक एक ही एरिया के निवासी है। अपने घनी आबादी वाले क्षेत्र में अनिल भास्कर भी मजबूत पकड़ रखते है। अनिल भास्कर की कांग्रेसी नेता के साथ साथ एक सामाज सेवी के रूप में भी अच्छी पहचान है। इसलिए उनकी दावेदारी से मदन कौशिक के क्षेत्र समीकरण बदल जाएंगे। पूरा खन्ना नगर दो हिस्सों में बंट जाएगा। साथ ही अनिल भास्कर की कर्मठ छवि का लाभ कांग्रेस को अन्य इलाको में भी मिलेगा यह भी तय माना जा रहा है। बताया यह भी जा रहा है कि मदन कौशिक शुरू में तो अनिल भास्कर की चुनाव लड़ने के दावेदारी को हलका मानकर चल रहे है। जब कांग्रेस ने उनकी दावेदारी को गंभीरता से लेते हुए उन्हे तीन टिकट के दावेदारों में पैनल में शामिल कर लिया तो अब विधानसभा क्षेत्र के भाजपाईयों में खलबली मच गयी है। अब अगर अनिल भास्कर को कांग्रेस चुनाव मैदान में उतारती है तो यह तय माना जा रहा है कि इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा की कांटे की टक्कर होगी। जीत का सेहरा किसके सर बंधेगा यह तो भविष्य के गर्भ में छिपा है।