चुनाव प्रचार में भाजपा ने झोंकी पूरी ताकत
चंपावत। चंपावत उपचुनाव में रिकॉर्ड मतों से जीतने का दावा कर रही भाजपा ने चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। आज धामी के चुनाव प्रचार के लिए यहां पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां रोड शो और जनसभाओं के जरिए लोगों से उनके पक्ष में मतदान करने की अपील की वहीं मुख्यमंत्री धामी और उनकी पत्नी गीता धामी भी पूरे दिन चुनाव प्रचार में व्यस्त रहे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा है कि जिस शारदा की धूल में लेट कर और डुबकी लगाकर वह बड़े हुए हैं उस मां शारदा ने ही उन्हें यहां बुलाया है।
चंपावत के लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा है कि चंपावत से उनका बचपन से ही नाता रहा है यह वही शारदा का तट है जब वह अपने स्कूल के दिनों में 5कृ5 घंटे तक रेत में लोटते थे और फिर शारदा में डुबकी लगाते थे। उन्होंने जन सभा में उपस्थित यूपी के सीएम योगी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब मैं उनसे लखनऊ मिलने पहुंचा था तो उन्होंने मेरी बात सुनकर सिर्फ हाथ से इशारा कर मुझे भरोसा दिलाया था। 21 साल पुराने विवाद को उन्होंने 20 मिनट में ही सुलझा दिया। अयोध्या और काशी में हुए कामों की प्रशंसा करते हुए कहा कि हम कभी कहा करते थे कि ट्टराम लला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे, आज अयोध्या में महाराज जी की देखरेख में भव्य मंदिर बन रहा है उन्होंने कहा कि जिन्हें आप बुलडोजर बाबा के नाम से भी जानते हैं उनके बुलडोजर का प्रभाव इतना ज्यादा है कि अब उत्तराखंड में भी बुलडोजर की धमक सुनाई देने लगी है।
मुख्यमंत्री धामी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने मार्च में हुए चुनाव में एक बड़े मिथक को तोड़ा है। अब हमारी बारी है उन्होंने चंपावत के समग्र विकास का भरोसा दिलाते हुए कहा कि हम जो कहते हैं वह करके ही रहते हैं। चुनाव से पूर्व हमने राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने का जो वादा किया था अब उस पर अमल शुरू हो गया है कैबिनेट में प्रस्ताव लाने के बाद अब हमने इसका ड्राफ्ट तैयार करने के लिए समिति गठित कर दी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य की संस्कृति की सुरक्षा और विकास के लिए संकल्पबंद्ध है। उल्लेखनीय है कि चंपावत विधानसभा के लिए 31 मई को वोट डाले जाएंगे अब चुनाव प्रचार के लिए सिर्फ 2 दिन ही शेष बचे हैं। सीएम के साथ उनकी पत्नी गीता धामी भी इन दिनों चंपावत में डोर टू डोर चुनाव प्रचार में जुटी हुई है।