मर्तोलिया ने किया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अल्ट्रासाउंड सेवा का उद्घाटन
मुनस्यारी। जिपंस जगत मर्तोलिया ने सीमांत विकास खंड मुनस्यारी की बहिनों को विशेष रूप से भिटोली के महिने में आठ साल के बाद अल्ट्रासाउंड की सुविधा का भिटोला दिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आज से यह सेवा शुरू हो गई है। सीमांत की बहिनों के साथ जन सामान्य को यह सुविधा माह में एक दिन स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध करायेगा। सीमांत क्षेत्र से 135 से लेकर 215 किमी की दूरी तय कर गर्भवती महिलाओं सहित सीमांत क्षेत्र वासियों को यह सुविधा जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ में उपलब्ध होती थी। महिला अस्पताल पिथौरागढ़ में गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड करने में भारी दिक्कत होती थी। भारी भीड़ तथा सुदूरवर्ती क्षेत्रों से पहुंचने में देरी होने के कारण सीमांत क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को एक अल्ट्रासाउंड करने में कभी दो दिन तो कभी प्राइवेट सेवा में रूपये चुकाने पड़ते थे। इस परेशानी से रूबरू होते ही जिपंस जगत मर्तोलिया ने विकास खंड मुनस्यारी की गर्भवती महिलाओं के लिए सोमवार तथा धारचूला के लिए मंगलवार का समय आरक्षित करवाया। इन दिवसों को इन क्षेत्रों से जाने वाली महिलाओं को सबसे पहले अल्ट्रासाउंड करने का अवसर मिला। जिससे समय तथा आर्थिक नुकसान से बहिनों को राहत मिली। जिला पंचायत पिथौरागढ़ की बैठक में विकास खंड मुनस्यारी की महिलाओं के लिए अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग को जिपंस जगत मर्तोलिया ने बार-बार उठाया। मुख्य चिकित्साधिकारी डां ह्यंकि ने इस समस्या को गंभीरता से लिया। सीएमओ डॉ वाई. एस. ह्यंकि की पहल पर मुनस्यारी की गर्भवती महिलाओं को माह में एक दिन निःशुल्क अल्ट्रासाउंड सुविधा उपलब्ध कराने पर सहमति बनी। फिर सीएमओ डॉ एचएस ह्यंकि से बात कर जिपंस जगत मर्तोलिया ने गर्भवती महिलाओं के साथ सीमांत क्षेत्र के सामान्य मरीजों को भी यह सुविधा उपलब्ध करा दी है। भिटोली के महिने में आज जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी में इस सेवा का विधिवत उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि हमारी बहिनों सहित सीमांत क्षेत्र के नागरिकों को अल्ट्रासाउंड सुविधा के लिए जिला मुख्यालय की दौड़ नहीं लगानी होगी। उन्होंने कहा कि माह में एक दिन कम है, लेकिन नहीं से कुछ है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा में विस्तार के लिए इस तरह के प्रयास आगे भी किए जाएंगे। जिपंस जगत मर्तोलिया ने इस सेवा के शुरू होने के लिए जिला अधिकारी रीना जोशी,मुख्य विकास अधिकारी वरुण चैधरी के साथ ही मुख्य चिकित्साधिकारी डां एचएस ह्यंकि का सीमांत क्षेत्र की जनता की ओर से आभार व्यक्त किया। प्रभारी चिकित्साधिकारी डां गौरव कुमार ने बताया कि गर्भवती महिलाओं तथा भर्ती मरीजों के लिए अल्ट्रासाउंड की सुविधा निशुल्क है। वहीं अन्य मरीजों को उसका सरकारी दर के मुताबिक 570 रुपए यूजर चार्ज देना। उन्होंने कहा कि यह सुविधा गर्भवती महिलाओं के साथ सीमांत वासियों के लिए वरदान से कम नहीं है। उन्होंने बताया कि यह सुविधा प्रत्येक माह के एक दिन अस्पताल में उपलब्ध रहेगा। जिसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा। इस अवसर पर हरकोट के पूर्व प्रधान खुशाल सिंह जैष्ठा, सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद कुमार द्विवेदी आदि मौजूद रहे। आशा फैसिलेटर तथा आशा कार्यकर्तीओं ने कैंप को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। आठ साल के बाद मुनस्यारी में अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध होने से प्रसन्नचित स्थानीय लोगों ने भी टीम के सहयोग के लिए हाथ बढ़ाया है। पांडे लाज के स्वामी पूरन पांडे तथा मुख्यमंत्री के नोडल अधिकारी केदार सिंह बृजवाल ने अपने परिवार के प्रतिष्ठान बिलजू इन की ओर से भोजन की सुविधा उपलब्ध कराया, जो हर माह कैम्प के समय जारी रहेगा। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आठ साल बाद यहां पहुंचे अल्ट्रासाउंड टीम के सदस्य रेडियोलोजिस्ट डां शैलेन्द्र कुमार तथा महादेव डाइग्नोसिस सेन्टर पिथौरागढ़ के पवन शर्मा सहित समस्त स्टाफ को जोहारी टोपी तथा शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि हम सीमांत की सेवा करने वालो का हमेशा सम्मान करते है। यह सीमांत की परम्परा है।