केदारनाथ धाम पहुंचने वाले यात्रियों को ग्लेशियरों से होकर करनी होगी आवाजाही पैदल मार्ग पर 15 फीट से भी बड़े ग्लेशियरों को काटकर रास्ता किया गया है तैयार

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम आने वाले यात्रियों को इस बार पैदल मार्ग पर ग्लेशियरों के बीच से होकर आवाजाही करनी होगी। पैदल मार्ग पर कई स्थानों पर 15 फीट से भी बड़े ग्लेशियर बने हैं। इन ग्लेशियरों को काटकर धाम तक रास्ता तैयार किया गया है। अभी भी धाम में मौसम खराब है। आये दिन सांय के समय बर्फबारी हो रही है और ठंड अत्यधिक है। ऐसे में इन ग्लेशियरों का अभी पिघलना मुश्किल है।
विश्व विख्यात केदारनाथ धाम की यात्रा का काउंटडाउन शुरू हो गया है। 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। जबकि 21 अप्रैल को बाबा केदार की डोली अपने शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से केदारनाथ धाम के लिये रवना होगी। जबकि 15 अप्रैल से स्थानीय लोगों को भी केदारनाथ धाम जाने की अनुमति दी जा रही है। इस बार फरवरी और मार्च महीने में धाम सहित पैदल मार्ग पर जमकर बर्फबारी हुई है। जिस कारण पैदल मार्ग के लिनचैली, भैरव गदेरा आदि स्थानों पर 15 फीट से भी बड़े ग्लेशियर बने हैं। इन ग्लेशियरों को काटकर मजदूर रास्ता तैयार कर रहे हैं। अभी भी धाम में लगातार मौसम खराब हो रहा है और अत्यधिक ठंड पड़ रही है। ऐसे में अभी इन ग्लेशियरों का पिघलना मुश्किल है। जो भी यात्री यात्रा के शुरूआती चरण में केदारनाथ धाम आएंगे, वह ग्लेशियरो के बीच से होकर रोमांचित यात्रा करेंगे। ग्लेशियरों के भीतर से यात्रा करने का यात्रियों को अलग ही अनुभव प्रदान कराएगा।