गुरु नानक जयंती गुरु नानक देव जी के जन्मदिन को मनाने का एक धार्मिक त्योहार

देहरादून। गुरु नानक जयंती गुरु नानक देव जी के जन्मदिन को मनाने का एक धार्मिक त्योहार है, जिसे गुरु पर्व भी कहा जाता है। हर साल कार्तिक मास पूर्णिमा पर गुरु नानक जयंती मनाई जाती है, जो आज है

गुरु नानक जयंती गुरु नानक देव जी के जन्मदिन को मनाने का एक धार्मिक त्योहार है, जिसे गुरु पर्व भी कहा जाता है। हर साल कार्तिक मास पूर्णिमा पर गुरु नानक जयंती मनाई जाती है, जो आज है। गुरु नानक जी ने सिख धर्म की स्थापना की और मानवता, एकता, सेवा, और सच्चे प्रेम की बातें सिखाई। इस दिन लोग गुरुद्वारे जाकर पाठ, कीर्तन, और सेवा कार्यों में भाग लेते हैं। यह त्योहार सिख धर्म के प्रवर्तक, गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं और उनके योगदान को याद करने का एक अवसर प्रदान करता है। गुरु नानक जी ने समाज में सामंजस्य और एकता की बातें सिखाई और मानवता के मूल्यों को भी प्रमोट किया।

गुरु नानक देव जी नेअपनी शिक्षाओं को “नाम जपो, किरत करो और वंड छको” के मूल मंत्र के माध्यम से व्यक्त किया, जिसे “मूल मंत्र” भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है नाम जपें, मेहनत करें और बांट कर खाएं।

1. एक ओंकार: एक ओंकार का अर्थ है एक ईश्वर, एक सत्य। गुरु नानक जी ने एकता और एकपन की महत्वपूर्णता को बताने की कोशिश की है।

2. सतनाम: सतनाम का अर्थ है सत्य का नाम। गुरु नानक जी ने सत्य, ईमानदारी, और धर्म के मार्गपर चलने की महत्वपूर्णता को बताया।

3. करता करीम: गुरु नानक जी ने करता करीम के माध्यम से ईश्वर की कृपा, दया और महर के अद्भुत गुणों की उल्लेखना की है।

4. वंड छको: वंड छको का अर्थ है साझा करना और दूसरों की मदद करना। गुरु नानक जी ने सामाजिक न्याय, एकता और सहयोग की विशेषता को समझाया।

. नाम जपो: गुरु नानक जी ने नाम जपने की सलाह दी, जिससे आत्मा को शांति और आनंद मिलता है।

6. सरबत दा भला – गुरु नानक जी ने सभी मनुष्यों के हित के लिए काम करने की बात की, ताकि समाज में सभी का भला हो सके।

7. साच: साच का मतलब है सत्य। गुरु नानक जी ने सत्यता और ईमानदारी को अपने जीवन का मौल्यवान हिस्सा बनाने की सीख दी।

8. संतोख: गुरु नानक जी ने संतोख, यानी संतुलन की महत्वपूर्णता को बताया।

9. गुरु नानक जी ने दयालुता और करुणा के महत्व की बात की और दूसरों के प्रति दया रखने की सिख दी।

10. धर्म: गुरु नानक जी ने सच्चे धर्म की महत्वपूर्णता को बताया, जो आत्मा के पुनर्निर्माण में मदद करता है।