राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान (NIEPVD) में विश्व ब्रेल दिवस का भव्य आयोजन
स्थान: राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान (NIEPVD), देहरादून
“अंधकार में रोशनी की किरण लाना ही ब्रेल की ताकत है।” लुई ब्रेल की इस प्रेरणादायक सोच के साथ, आज उनके 216वें जन्मदिवस के अवसर पर राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान (NIEPVD) ने विश्व ब्रेल दिवस को उत्साह और गरिमा के साथ मनाया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ब्रेल लिपि के महत्व को रेखांकित करना और दृष्टिबाधित समुदाय के सशक्तिकरण के प्रति जागरूकता फैलाना था।
आयोजन का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ। इसके बाद दृष्टिबाधित छात्रों ने लुई ब्रेल को समर्पित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी।
इस अवसर पर “स्टैंडर्ड भारती ब्रेल कोड्स” पुस्तक का विमोचन किया गया। पुस्तक का विमोचन मुख्य अतिथि श्री राजेश अग्रवाल, सचिव, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग (DEPwD), ने ऑनलाइन माध्यम से किया। इस दौरान संस्थान के निदेशक इंजी. मनीष वर्मा सहित श्रीमती मनमीत कौर नंदा, संयुक्त सचिव, DEPwD, श्री दीपेंद्र मनोचा, अध्यक्ष, डेजी फोरम इंडिया, व अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे। यह पुस्तक दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए पहुंच और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस पुस्तक ने ब्रेल के विकास और इसकी उपयोगिता को एक नई परिभाषा दी है। पुस्तक की उपयोगिता और इसके उद्देश्यों पर डॉ. पंकज कुमार ने संक्षिप्त जानकारी प्रदान की।
श्री राजेश अग्रवाल ने सभा को ऑनलाइन माध्यम से संबोधित करते हुए ब्रेल लिपि के माध्यम से समावेशिता और पहुंच बढ़ाने के महत्व पर बल दिया। संस्थान के निदेशक, इंजी. मनीष वर्मा ने ब्रेल लिपि को दृष्टिबाधित व्यक्तियों के आत्मनिर्भरता और शिक्षा के लिए आधार बताते हुए इसके महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम के दौरान ब्रेल पठन और लेखन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। साथ ही, कार्यक्रम के अंतर्गत एक तकनीकी सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें ब्रेल विशेषज्ञ श्री वीरेंद्र कुमार और श्री आर. पी. सिंह ने “भारतीय ब्रेल का विकास” और “दृष्टिबाधित बच्चों की शिक्षा में ब्रेल की भूमिका” जैसे विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस सत्र के द्वारा ब्रेल के ऐतिहासिक एवं आधुनिक उपयोग की महत्ता पर बल दिया गया।
इस कार्यक्रम में डॉ. सुनील शिरपुरकर, डॉ. सुरेंद्र ढलवाल, डॉ. रेवती, डॉ. चारु यादव और अन्य अधिकारी एवं प्रशिक्षु उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसे डॉ. विनोद केन व डॉ. रेवती ने प्रस्तुत किया।
**आदर्श विद्यालय का 66वां स्थापना दिवस**
नीपवेड के आदर्श विद्यालय द्वारा आज लुई ब्रेल दिवस के अवसर पर अपना 66वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास और गरिमा के साथ मनाया। इस विशेष अवसर पर विद्यालय में ब्रेल पठन और लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इसके अतिरिक्त, छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए ।
विद्यालय के प्राचार्य, श्री अमित शर्मा ने इस शुभ अवसर पर सभी को बधाई दी और छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ब्रेल लिपि का ज्ञान न केवल शिक्षा का माध्यम है, बल्कि यह आत्मनिर्भरता का प्रतीक भी है। उन्होंने छात्रों को इसी ऊर्जा और समर्पण के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती आशा रानी, भूतपूर्व संयुक्त निदेशक, S.C.E.R.T. उत्तराखंड ने भाग लिया। उन्होंने ब्रेल लिपि के महत्व और इसके योगदान पर प्रकाश डालते हुए छात्रों का उत्साहवर्धन किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री मामचंद, प्राचार्य, केंद्रीय विद्यालय, आई.एम.ए., और श्री मयंक शर्मा, प्राचार्य, केंद्रीय विद्यालय देहरादून, उपस्थित रहे। उन्होंने भी अपने विचार साझा किए और छात्रों के प्रयासों की सराहना की।