रावल पंडित उत्तराखंड के लिए रवाना

रावल पंडित उत्तराखंड के लिए रवाना
देहरादून। बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के मुख्य गुरु रावल पंडित होते हैं। जो कि महाराष्ट्र और केरल राज्यों से आते हैं। कोरोनावायरस के चलते इन धामों के कपाट खुलने पर रावल पंडितों के पहुंचने पर संशय बना हुआ था। जिसको लेकर जल्द ही राज परिवार के साथ चर्चा की संभावना के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकती है। वहीं रावल पंडितों के पहुंचने को लेकर श्री पंचायती अखाड़ा बडा उदासीन निर्माण कुंभ मेला प्रबंधक महंत दुर्गा दास जी महाराज, ब्रह्मविद्या पीठाधीश्वर दंडी स्वामी महादेव आश्रम शुक्रताल सहित गंगा आश्रम और तमाम अखाड़ों व संतों ने भी प्रधानमंत्री मोदी से पहल करने की मांग की है। संत समाज की ओर से पीएम को बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर रावल पंडितों को मंदिर पहुंचाने की व्यवस्था करने का सुझाव दिया गया। वहीं आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को रावल पंडित केरल और महाराष्ट्र से रवाना हो गए हैं। जिनके कुछ दिनों में उत्तराखंड पहुंचने की उम्मीद है। वहीं इस विषय को लेकर श्री पंचायती बड़ा अखाड़ा उदासीन श्री महंत स्वामी दुर्गा दास जी का कहना है कि शासन जो भी निर्णय ले वह पूरी धार्मिक मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए ले। उन्होंने कहा कि पूरा संत समाज इस समय सरकार के साथ खड़ा है। स्वामी दुर्गा दास ने कहा कि भगवान बद्री और केदार सहित पूजा पद्धति के लिए जो व्यवस्था आदि गुरु शंकराचार्य जी ने की है हमे उसका सम्मान करना चाहिए और ऐसा कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए जिससे हमारी संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं को क्षति पहुंचे। वहीं इस विषय पर श्री इंद्र मोहन मिश्रा का कहना है कि इस महामारी के दौर में सरकार रावल पंडितों के पहुंचने पर उन्हें तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराये। उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि उचित सामाजिक दूरी का भी ध्यान रखा जाये। साथ ही पूजा पद्धति और लॉक डाउन के नियमों का भी विधिवत पालन हो।