लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने दी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं

दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा झंडा फहराया। मेरे प्यारे देशवासियों, इस पावन पर्व पर आप सभी को बधाई और बहुत-बहुत शुभकामनाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन सभी भारतीयों के योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया। साथ ही सशस्त्र बलों के सभी सदस्यों और कर्मियों का भी अभिवादन किया, जो हमें सुरक्षित रखते हैं। प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा, कोरोना के इस असाधारण समय में सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेको लोग चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, अगले वर्ष हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर जाएंगे। एक बहुत बड़ा पर्व हमारे सामने है। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो। पीएम मोदी ने कहा, विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, बात वही पर खत्म नहीं हुई। भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कोरोना महामारी के बीच में 130 करोड़ भारतीयों ने आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि भारत इस सपने को साकार करेगा। मुझे अपने साथी भारतीयों की क्षमताओं, आत्मविश्वास और क्षमता पर भरोसा है। एक बार जब हम कुछ करने की ठान लेते हैं, तब तक हम आराम नहीं करते, जब तक हम उस लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर लेते। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत ने हमेशा विश्वास रखा है कि दुनिया एक परिवार की तरह है। आर्थिक विकास और उन्नति पर ध्यान केंद्रित करने के दौरान मानवता को इस प्रक्रिया और हमारी यात्रा में एक केंद्रीय भूमिका बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा, आखिर कब तक हमारे ही देश से गया कच्चा माल, तैयार उत्पाद बनकर भारत में लौटता रहेगा। आत्मनिर्भर भारत को लेकर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, आखिर कब तक हमारे ही देश से गया कच्चा माल, तैयार उत्पाद बनकर भारत में लौटता रहेगा। उन्होंने कहा, एक समय था, जब हमारी कृषि व्यवस्था बहुत पिछड़ी हुई थी। तब सबसे बड़ी चिंता थी कि देशवासियों का पेट कैसे भरे। आज जब हम सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों का पेट भर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी अंतरिक्ष सेक्टर को लेकर कहा, मुझे विश्वास है कि अंतरिक्ष सेक्टर को खोलने जैसे उपाय हमारे युवाओं के लिए रोजगार के कई नए अवसर पैदा करेंगे और उनके कौशल और क्षमता को बढ़ाने के लिए और अधिक अवसर प्रदान करेंगे। पीएम मोदी ने कहा, आत्मनिर्भर भारत का मतलब सिर्फ आयात कम करना ही नहीं, बल्कि हमारी क्षमता, हमारी क्रिएटिविटी और हमारी स्किल को बढ़ाना भी है। सिर्फ कुछ महीना पहले तक एन-95 मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर ये सब हम विदेशों से मंगाते थे। आज इन सभी में भारत, न सिर्फ अपनी जरूरतें खुद पूरी कर रहा है, बल्कि दूसरे देशों की मदद के लिए भी आगे आया है। जनधन खातों को लेकर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, कौन सोच सकता था कि कभी देश में गरीबों के जनधन खातों में हजारों-लाखों करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर हो पाएंगे? कौन सोच सकता था कि किसानों की भलाई के लिए एपीएमसी एक्ट में इतने बड़े बदलाव हो जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, बीते वर्ष भारत में एफडीआई ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भारत में एफडीआई में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। ये विश्वास ऐसे ही नहीं आता है। आज दुनिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं। हमें मेक इन इंडिया के साथ-साथ मेक ऑफ वर्ल्ज के मंत्र के साथ आगे बढ़ना है। भारत की बुनियादी ढांचे को लेकर पीएम ने कहा, भारत को आधुनिकता की तरफ तेज गति से ले जाने के लिए देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को एक नई दिशा देने की जरूरत है। ये जरूरत पूरी होगी राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन परियोजना से। पीएम मोदी ने कहा, इस पर देश 100 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अलग-अलग सेक्टर्स के लगभग 7 हजार प्रोजेक्ट्स को चिन्हित भी किया जा चुका है। ये एक तरह से इंफ्रास्ट्रक्चर में एक नई क्रांति की तरह होगा। प्रधानमंत्री ने कहा, मेरे प्यारे देशवासियों, हमारे यहां कहा गया है- सामर्थ्य्मूलं स्वातन्त्र्यं, श्रममूलं च वैभवम्।। यानी कि किसी समाज, किसी भी राष्ट्र की आजादी का स्रोत उसका सामर्थ्य होता है, और उसके वैभव का, उन्नति प्रगति का स्रोत उसकी श्रम शक्ति होती है। हमारे देश का सामान्य नागरिक, चाहे शहर में रह रहा हो या गांव में, उसकी मेहनत, उसके परिश्रम का कोई मुकाबला नहीं है। पीएम मोदी ने कहा, 7 करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त गैस सिलिंडर दिए गए, राशनकार्ड हो या न हो, 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त अन्न की व्यवस्था की गई, बैंक खातों में करीब-करीब 90 हजार करोड़ रुपये सीधे ट्रांसफर किए गए।