दीवाली पर भारी पड़ा पटाखे जलाना तल्लीताल निवासी 46 वर्षीय व्यक्ति को

दीवाली के त्यौहार में सावधानी और सतर्कता बेहद ज़रूरी है ज़रा सी लापरवाही से बड़ा नुकसान हो सकता है।दीवाली की देर शाम नैनीताल में कुछ लोगो पर भारी पड़ गयी जब बम पटाखों की वजह से एक व्यक्ति को दिखाई देना बंद हो गया और दो अन्य लोगो की भी आंखे और करीब 6 से 7 लोगो के हाथ जल गए।जिला अस्पताल बीडी पांडे से मिली सूचना के अनुसार तल्लीताल निवासी 46 वर्षीय संजय कर्नाटक की दोनों आंखों को बेहद नुकसान पहुंचा है उनकी दोनों आंखों से दिखाई देना बंद हो गया जिसके बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया वही तल्लीताल निवासी 9 साल के बच्चे दक्ष की भी दोनों आंखों में पटाखे जलाते वक्त चिंगारी चली गयी,इनके अलावा नेपाल मूल के 30 साल के पविन्दर बिष्ट की आंख भी पटाखों की वजह से जल गई।वही 24 वर्षीय युवज उत्कर्ष और 55 वर्षीय विजय समेत करीब 6 से 7 लोगो के हाथ पटाखों की वजह से जल गए।
दीवाली पर दीये जलाने के साथ साथ बम पटाखे फोड़ने की सदियों पुरानी रीति चली आ रही है सावधानी में लापरवाही बरतने से अक्सर ऐसे हादसे हो जाते है।साथ ही अब पटाखों को खरीदने के लिए भी रुतबा दिखाई देने लगा जितने ज़्यादा पटाखे उतना ज़्यादा बड़ा रुतबा ऐसे में एक अक्सर एक स्थान पर जब कई पटाखे एक साथ जलते है तब हादसों के होने की संभावना भी बढ़ जाती है इसके अलावा पटाखों की गुणवत्ता भी हादसों का बड़ा कारण है कई बार पटाखे चिंगारी लगते ही हाथ मे फूट जाते है ऐसे में पटाखों इत्यादि को जलाते वक्त बेहद ध्यान देने की ज़रूरत है।