चमोली में बदला मौसम, बर्फबारी की आशंका
देहरादून। चमोली जिले के जोशीमठ में आई जल प्रलय का तांडव इतना भयावह था कि रेस्क्यू ऑपरेशन चैथे दिन भी बिना रुके जारी है। इस रेस्क्यू अभियान में कुल 600 टीमें जुटी हैं। जिसमें आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें मिलकर काम कर रही हैं। ये साफ हो चुका है कि इस जल प्रलय के पीछे ग्लेशियर टूटना था, जो भारी बर्फबारी के बाद खिली धूप के कारण हुआ। अब भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने चमोली जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। जिले के कई इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन की मानें तो चमोली जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में बारिश और बर्फबारी की आशंका है। बर्फबारी करीब 15.5 मिमी तक हो सकती है। हालांकि आगे 14 फरवरी तक मौसम साफ रहने की उम्मीद है।बीते 7 फरवरी को जोशीमठ के रैणी गांव के ऊपर ग्लेशियर टूटने से पानी का सैलाब ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को तबाह करते हुए निचले इलाकों की ओर बढ़ चला। इस तबाही में प्रोजेक्ट में काम कर रहे कई मजदूर दब गए। रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी तक 32 शव निकाले जा चुके हैं और 197 लोग अभी भी लापता हैं। अगर बर्फबारी हुई तो इससे राहत कार्यों में दिक्कत आ सकती है।