चारधाम यात्रा की विधिवत शुरूआतः गुजरात से आए यात्रियों का पहला जत्था रवाना
हरिद्वार। राज्य में तीन मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरुआत होगी। इसके चलते धर्मनगरी हरिद्वार के माया देवी मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद गुजरात से आए श्रद्धालुओं का पहला जत्था चारधाम यात्रा के लिए रवाना हो गया।
पूजा-अर्चना के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद समेत हरिद्वार के तमाम ट्रैवल कारोबारी, होटल व्यवसायी और स्थानीय व्यापारी भी मौजूद रहे।कोरोना काल के दो साल बाद चारधाम यात्रा की शुरुआत होने पर ट्रैवल व होटल कारोबारियों और श्रद्धालुओं में खासा उत्साह भी दिखाई। चारधाम यात्रा के नियमों को सरलीकरण करने के लिए कारोबारियों ने राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया।हर हर महादेव सेवादल ने केदारनाथ में भंडारे के लिए पांच ट्रक में राशन भेजा। शुक्रवार को प्रेमनगर चौक से राशन के ट्रकों को रवाना करने से पहले पूजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, महापौर सुनील उनियाल गामा, कैंट विधायक सविता कपूर मौजूद रहीं।त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा केदारनाथ में दर्शन के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं। जिसमें सभी वर्ग के लोग होते हैं। ऐसे में सेवादल की ओर से जो कार्य किया जा रहा है, वह सराहनीय है। महापौर सुनील उनियाल गामा ने कहा सभी को समाज में इस तरह के कार्य करने चाहिए। इस मौके पर दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल संरक्षक पृथ्वीराज चौहान, पंकज मैसोन, पुनीत सहगल, सुभाष चंद्र जसोरिया, जतिन तलवार आदि मौजूद रहे।चारधाम यात्रा में यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। चारधाम यात्रा के लिए तीन फिजिशियन के सापेक्ष एक ही फिजिशियन मिलेेेगा। यह फिजिशियन जानकीचट्टी में तैनात रहेंगे। यमुनोत्री-गंगोत्री धाम में भी चिकित्सकों की तैनाती रहेगी। टीम एक मई 2022 से अपना कार्य शुरू कर देगी।