पंजाब नैशनल बैंक ने अपने 129वें स्थापना दिवस पर नया टोल-फ्री नंबर 1800 1800 और अन्य डिजिटल सेवाओं का शुभारम्भ किया

देहरादून : पंजाब नैशनल बैंक, देश का अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र का बैंकने अपने 129वें स्थापना दिवस के अवसर पर अपने नए कस्टमर केयर नंबर 1800-1800 और 1800-2021 को लॉन्च किया। याद करने में आसान नए टोल-फ्री नंबर का उद्देश्य पीएनबी ग्राहकों को ग्राहक सेवा टीम से संपर्क करने पर एक सहज और झंझट मुक्त अनुभव प्रदान करना है। इसके अतिरिक्तबैंक ने अन्य उत्पाद जैसे मोबाइल बैंकिंग ऐप पीएनबी वन पर ई-मार्केटप्लेस और इंस्टेंट क्यूआरपीएबीएल (प्री-अप्रूव्ड बिजनेस लोन)सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी)जनसमर्थ पोर्टल के माध्यम से डिजिटल केसीसी टैब और वीडियो-केवाईसी के माध्यम से चालू खाता खोलना, पीएनबी ई-स्वार और पीएनबी मेटावर्स आदि का शुभारम्भ किया।

पीएनबी के प्रधान कार्यालय में स्थापना दिवस समारोह के एक भाग के रूप में अनेक नई पेशकशों का शुभारंभ पीएनबी के एमडी एवं सीईओ, श्री अतुल कुमार गोयल और कार्यपालक निदेशकगणश्री विजय दूबेश्री कल्याण कुमारश्री बिनोद कुमार और श्री एम. परमशिवम के करकमलों से किया गया। इस अवसर पर पीएनबी के सम्मानित ग्राहकगणवरिष्ठ अधिकारीगण और पीएनबी के स्टाफ सदस्य भी उपस्थिति थे।

इस लॉन्च के अवसर पर अपने विचार रखते हुएपीएनबी के एमडी एवं सीईओश्री अतुल कुमार गोयल ने कहा कि, “जैसा कि हम राष्ट्र की सेवा के 128 वर्ष पूर्ण होने का उत्सव मना रहे हैंहम अपने संस्थापक श्री लाला लाजपत राय जी की अपने ग्राहकों को सर्वोत्तम संभव बैंकिंग अनुभव प्रदान करने की शाश्वत दृष्टि की प्रतिबद्धता के प्रति पूर्णत: समर्पित हैं। इस प्रकारहमारी नई पेशकशें इस दिशा में महत्वपूर्ण और अभिनव कदम हैं”।

बैंक के नए कस्टमर केयर नंबर 1800-1800 & 1800-2021 ग्राहकों के लिए 24×7 उपलब्ध रहेंगे और कई भाषाओं में सहायता प्रदान करेंगे। ग्राहकगण इन नंबरों का उपयोग अपने खाते की शेष राशि की पूछताछ और पिछले लेनदेन की जानकारीडेबिट कार्ड जारी करने/ब्लॉक करनेऔर बैंक द्वारा प्रदान की जाने वाली अन्य प्रमुख सेवाओं का लाभ उठाने के लिए कर सकते हैं। गाहकगण बैंक की ग्राहक सेवा टीम के पास अपनी शिकायतें और अपने सवाल भी दर्ज करा सकते हैं।

इस समारोह के एक भाग के रूप मेंपीएनबी ने पीएनबी प्रेरणा, बैंक के सीएसआर प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध संघ के सहयोग से दिल्ली में सरकारी स्कूलों को बुनियादी ढांचा समर्थित वस्तुएं प्रदान की।