स्मृति विकास संस्थान द्वारा स्वावलंबी भारत अभियान की प्रेरणा से समाज में स्वदेशी व स्वावलंबी का भाव लाने हेतु उत्तराखंड विकास प्रदर्शनी का भव्य आयोजन दोनों विद्यालय देहरादून के परिसर में किया गया।
देहरादून। उत्तराखंड विकास प्रदर्शनी एवं विद्यार्थी उद्यमिता सम्मेलन एवं सम्मान समारोह कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक डॉक्टर शैलेंद्र जी, दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल जी, विशिष्ट अतिथि साहब सिंह कुमाई व गुरदेव सिंह वार्नेय द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रांत प्रचारक डॉक्टर शैलेंद्र कुमार द्वारा छात्र-छात्राओं में स्वरोजगार का भाव जगाने पर जोर दिया गया और देश के अनेक ऐसे उदाहरण जो स्वावलंबी बनकर अपनी खुद की कमाई के माध्यम से अनेक लोगों को रोजगार देने का काम कर रहे हैं उनसे प्रोत्साहित किया गया। डॉ शैलेंद्र ने कहा कि हमें नौकरी ढूंढने वाला नहीं नौकरी देने वाला बनना है। इसके लिए हमारे पास अनेक साधन होते हैं जिनके माध्यम से हम अपने आप को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बन सकते हैं तथा साथ ही अपना खुद का स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं परंतु हमारे खुद के मन की झिझक हमें यह करने से रोकती है इसीलिए हमें अनेक ऐसे उदाहरणों को समझना होगा और स्वयं को आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाना होगा।
वही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने कहा कि आदमी कोई भी हो कम से छोटा नहीं होता है हमको सभी का सम्मान करना चाहिए तथा जो काम हमें आता हो उसे पूर्ण निष्ठा के साथ करना चाहिए और उसको आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज विभिन्न छात्र-छात्राएं अपनी शिक्षा के साथ अनेक माध्यम से कमाई करते हुए स्वावलंबन की दिशा में बढ़ रहे हैं और यह हमारे लिए गर्व की बात है।
कार्यक्रम आयोजन समिति के महामंत्री ललित जोशी ने स्वरोजगार और अपनी योग्यता को आगे लाने के लिए छात्र-छात्राओं को प्रेरित तथा विशिष्ट अतिथि सरदार गुरदेव सिंह वार्नेय ने टेक्नोलॉजी अपनाते हुए आगे बढ़ाने के लिए जोर दिया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में अपना स्वरोजगार कर रहे व स्वावलंबन की दिशा में बढ़ रहे छात्र-छात्राओं को संस्था की ओर से सम्मानित भी किया ।
इसी कड़ी में उत्तराखंड विकास प्रदर्शनी में शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि कैलाश पंत राज्य मंत्री उत्तराखंड सरकार द्वारा संस्कृत प्रस्तुतियों की संध्या का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न छात्र-छात्राओं को और प्रदर्शनी में आए दर्शकों को विकास प्रदर्शनी में लगे स्टालों से प्रेरणा लेकर स्टार्टअप शुरुआत करने की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया तथा उन्होंने कहा कि आज सरकार विभिन्न प्रकार के सहयोग दे रही है जिसे अपनाते हुए हमें स्वावलंबन और स्वरोजगार की ओर बढ़ना होगा इसी से हमारे देश की आर्थिकी की मजबूत होगी। उन्होंने कहा लोकल की कल्चर को बढ़ावा देते हुए संस्कृति के साथ आगे बढ़ाने का काम भी हमें करना होगा ताकि हमारी संस्कृति और संस्कारों का साथ सदैव बना रहे।
सांस्कृतिक संध्या के कार्यक्रमों में सुरभि म्यूजिकल इंस्टीट्यूट द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक परिस्थितियों दी गई तथा दोनों विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा अनेक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
विकास प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों के स्टॉल, लघु उद्यमियों के स्टॉल, कपड़ों, जूट, पारंपरिक भोजन, व गढ़वाली उत्पादों के स्टाल सहित विभिन्न स्टॉल लगे है।
इस अवसर पर कार्यक्रम प्रस्तुति देने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया गया ।
कार्यक्रम का संचालन प्रवीण पुरोहित द्वारा किया गया। इस अवसर पर दरवान सरियाल प्रांत समन्वयक स्वावलम्बी भारत अभियान, सुरेन्द्र सिंह, प्रवीण ममगाईं कार्यक्रम संयोजक साहब सिंह कुमाई, शेखर चौहान, दिनेश कुमार, दिव्या नेगी, प्रिंस यादव, आधार वर्मा व डन विश्वविद्यालय के अनेक प्राध्यापक व विभिन्न छात्र-छात्राओं ने तथा लोकल की जनता उपस्थित रही।