उपेन्द्र सिंह रावत(आईएफएस) एवं आलोक अभिताभ डिमरी (आईएफएस) ने सोमवार को आकांक्षी जनपद की दृष्टि से हरिद्वार का भ्रमण किया।
हरिद्वार: उपेन्द्र सिंह रावत(आईएफएस) एवं आलोक अभिताभ डिमरी (आईएफएस) ने सोमवार को आकांक्षी जनपद की दृष्टि से हरिद्वार का भ्रमण किया।
श्री उपेन्द्र सिंह रावत(आईएफएस) एवं श्री आलोक अभिताभ डिमरी (आईएफएस) की डामकोठी में जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल एवं मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन के साथ आकांक्षी जनपद में संचालित हो रही विभिन्न विकास योजनाओं के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई, जिसमें विस्तार से इन योजनाओं के सम्बन्ध में विचार विमर्श हुआ तथा इन योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को कैसे दिलाया जा सकता है, के सम्बन्ध में कई महत्वपूर्ण सुझाव बैठक में सामने आये।
बैठक में श्री उपेन्द्र सिंह रावत(आईएफएस) एवं श्री आलोक अभिताभ डिमरी (आईएफएस) को अधिकारियों ने अनीमिया मुक्त हरिद्वार अभियान का जिक्र करते हुये बताया कि अनीमिया को दूर करने के लिये अध्यापकों व आंगनबाड़ी वर्कर्स का पूरा सहयोग लिया जा रहा है। रीड एलॉग ऐप का जिक्र करते हुये अधिकारियों ने बताया कि इसके माध्यम से बच्चों को आसानी से साक्षर किया जा रहा है तथा अभी तक 32 हजार से अधिक यूजर इस ऐप के जनपद में हो गये हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सीएसआर मद से भी शिक्षा, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।
बैठक में अधिकारियों ने प्रोजेक्ट ’’मीठी गंगा’’ के सम्बन्ध में बताया कि जिस तरह अमूल दूध के क्षेत्र में कार्य कर रहा है, उसी तरह जनपद हरिद्वार भी शहद उत्पादन के क्षेत्र में ’’मीठी गंगा’’ प्रोजेक्ट के तहत कोआपरेटिव के माध्यम से कार्य कर रहा है, जिसके लिये इरमा का सहयोग लिया जा रहा है। इस पर दोनों आईएफएस अधिकारियों ने इस प्रोजेक्ट की प्रशंसा की तथा इसके लिये अधिकारियों ने जो बिजनेस मॉडल- पैकेजिंग आदि का तैयार किया गया है, उसे भी प्रदर्शित किया। प्रोजेक्ट तारा का उल्लेख करते हुये अधिकारियों ने बताया कि इसके तहत 150 आंगनबाड़ी केन्द्रों का पूरा कायाकल्प किया जा रहा है। इस पर आईएफएस अधिकारियों ने कहा कि जनपद में जितने भी शेष आंगनबाड़ी केन्द्र हैं, उनका भी सीएसआर मद आदि से कायाकल्प किया जाये।
बैठक में अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी कि आकांक्षी जनपद के तौर पर जनपद हरिद्वार का विभिन्न देशों के राजदूतों ने भ्रमण किया तथा उन्होंने यहां चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की प्रशंसा की। इसी तरह बंग्लादेश के सिविल सर्विस के अधिकारियों ने जनपद का भ्रमण किया तथा यहां के मॉडल की स्टडी करने के पश्चात वे इसे अपने देश में भी लागू करने पर विचार कर रहे हैं। घाटों का जिक्र करते हुये अधिकारियों ने बताया कि घाटों के रखरखाव के लिये 18 स्वयंसेवी संस्थाओं/आखाड़ों से टाइअप हो चुका है।
कृषि के क्षेत्र का जिक्र करते हुये अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में हरिद्वार को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इसके अलावा मशरूम के क्षेत्र में हार्टिकल्चर को स्कॉच सिल्वर अवार्ड मशरूम के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिये प्राप्त हुआ है। स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में स्मार्ट क्लासेज के सम्बन्ध में अधिकारियों ने बताया कि लगभग सभी स्कूलों में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था कर दी गयी है।
श्री उपेन्द्र सिंह रावत(आईएफएस) एवं श्री आलोक अभिताभ डिमरी (आईएफएस) ने अपने जनपद भ्रमण के दौरान सब डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल, अर्बन पब्लिक हेल्थ सेण्टर रूड़की, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर मण्डावली, नारसन, राजकीय इण्टर कॉलेज रूड़की तथा आंगनबाड़ी केन्द्र बेलड़ा का निरीक्षण किया तथा वहां की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी ली।
श्री उपेन्द्र सिंह रावत(आईएफएस) एवं श्री आलोक अभिताभ डिमरी (आईएफएस) का जनपद हरिद्वार पहुंचने पर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया।
इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएएस दीपक सेठ, सिटी मजिस्ट्रेट रविन्द्र जुवॉंठा,मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 मनीष दत्त, मुख्य शिक्षा अधिकारी के0के0 गुप्ता, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सुलेखा सहगल, अपर सांख्यिकीय अधिकारी सुभाष शाक्य सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।