एमार इंडिया ने कौशल विकास कार्यक्रम ‘‘श्रम’’ से किया निर्माण कर्मियों को सशक्त
देहरादून- : एमार इंडिया ने कंस्ट्रक्शन वर्कर्स (निर्माण कर्मियों) के लिये एक कौशल विकास कार्यक्रम ‘‘श्रम’’ की शुरूआत की है। यह कार्यक्रम विशेष रूप से कंपनी के श्रम कर्मियों के लिए तैयार किया गया है। यह ‘‘पर्यावरणीय, सामाजिक एवं अभिशासकीय (ईएसजी) उत्कृष्टता के लिये कौशल सुधार’’ पर एमार इंडिया की एक छोटी सी पहल है जिसमें कंपनी की प्रतिबद्धता एवं ध्यान स्पष्ट रूप से झलकता है। यह एमार इंडिया के 53वें राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह उत्सव का हिस्सा भी है।
‘‘श्रम’’ प्रशिक्षण 80 घंटे की एक व्यापक पहल है। यह निर्माण कर्मियों को विभिन्न भूमिकाओं में उत्कृष्टता करने हेतु आवश्यक कौशल एवं ज्ञान प्रदाता प्रशिक्षण है। इसमें बार बेंडिंग और स्टील फिक्सिंग, मैसनरी, शटरिंग और कारपेंट्री के जरूरी काम शामिल हैं। शुरूआत में यह प्रोग्राम अर्बन ओएसिस प्रोजेक्ट पर चलेगा। फिर यह गुरुग्राम के सेक्टर 114 में एमार बिजनेस डिस्ट्रिक्ट पर कार्यान्वित होगा।
यह प्रमुख प्रोग्राम सैद्धांतिक समझ और व्यावहारिक प्रशिक्षण पर जोर देता है। सबसे ज्यादा ध्यान निर्माण उद्योग में सुरक्षा के तरीकों पर दिया जाएगा। इसमें भाग लेने वालों को सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के शिष्टाचार, प्राथमिक उपचार की विधियों और कार्यस्थल पर कर्मियों की सुरक्षा के लिये महत्वपूर्ण आपातकालीन योजनाओं की कीमती जानकारी दी जाएगी।
लोक भारती एजूकेशन सोसायटी के साथ एक रणनीतिक भागीदारी में एमार इंडिया श्रम ब्लू कॉलर कर्मियों के समुदायों का उत्थान करने का प्रयास कर रहा है। इसमें लोगों को निर्माण उद्योग के भीतर स्थायी कमाई करने के लिये जरूरी व्यावसायिक विशेषज्ञता प्रदान की जाएगी।
एमार इंडिया के सीईओ श्री कल्याण चक्रबर्ती ने कहा, ‘‘‘मेरा पक्का मानना है कि ‘श्रम’ समाज के उस स्तर में बदलाव को प्रेरित करेगा, जिसे पारंपरिक तौर पर कौशल उन्नयन के मामले में हमेशा से अनदेखा किया गया है। ‘2047 तक विकसित भारत’ के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सपने को सम्मान देने के लिए, यह एमार इंडिया का एक छोटा-सा योगदान है ताकि भारत की प्रतिभा की गुणवत्ता को सुधारा जा सके। अपने कार्यबल को सशक्त कर हम निर्माण के लिये सुरक्षित एवं अधिक उत्पादक वातावरण सुनिश्चित करेंगे। हम उन्हें निर्माण की प्रक्रियाओं के विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षित कर सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि, ‘‘यह प्रशिक्षण कार्यक्रम डिजिटल और वित्तीय साक्षरता प्रदान करेगा, व्यवहार कौशल विकसित करेगा और सुरक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता तथा गृह व्यवस्था से परिचित कराएगा।’’
‘‘श्रम’’ का लक्ष्य कर्मियों को आवश्यक कौशल से सुसज्जित करना है, ताकि वे निर्माण स्थलों में सुरक्षा और क्षमता के साथ काम कर सकें। असंगठित स्तर में इन प्राथमिकताओं पर अक्सर ध्यान नहीं दिया जाता है। विशेषज्ञ के संचालन में कार्यस्थल पर प्रशिक्षण, सूचनापरक व्याख्यान और चर्चा तथा अंतिम मूल्यांकन के माध्यम से एमार की यह पहल ब्लू-कॉलर कार्यबल को बड़े पैमाने पर सशक्त करने के लिये है।
एमार इंडिया ‘‘श्रम’’ को निर्माण उद्योग और कर्मचारी कल्याण के मानक ऊँचे करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देख रही है। कर्मियों को जरूरी कौशल और ज्ञान से सुसज्जित कर, एमार इंडिया भारत में निर्माण की नैतिक पद्धतियों का एक नया मापदण्ड स्थापित करना चाहती है। कंपनी अपने परिचालन के केन्द्र में ईएसजी के सिद्धांतों को सभी के लिए शामिल करना चाहती है।