पूर्व सैनिक अर्धसैनिक जन कल्याण समिति देवभूमि उत्तराखंड का प्रतिनिधिमंडल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से मिलकर पूर्व सैनिकों के हितों और कोटद्वार की विभिन्न समस्याओं का समाधान करने की मांग की
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देहरादून। आज पूर्व सैनिक अर्धसैनिक जन कल्याण समिति देवभूमि उत्तराखंड का प्रतिनिधिमंडल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से मिलकर पूर्व सैनिकों के हितों और कोटद्वार की विभिन्न समस्याओं का समाधान करने की मांग की। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनमें शामिल हैं:
-*कोटद्वार का जिला निर्माण*: कोटद्वार को अलग जिला बनाने की मांग।
-*मेडिकल कॉलेज की स्थापना*: कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग।
-*लालढांग चिल्लर खाल मार्ग और कांडी रोड*: इन मार्गों के विकास और सुधार की मांग।
-*मोटर नगर कोटद्वार बस अड्डे को कानूनी बेड़ियों से आजाद करना*: बस अड्डे के विकास और सुधार की मांग।
-*उपनल ऑफिस के कैंप कार्यालय का निर्माण*: उपनल ऑफिस के लिए अलग कार्यालय बनाने की मांग।
-*पूर्व सैनिकों को निकाय चुनावों में आरक्षण*: पूर्व सैनिकों के लिए आरक्षण की मांग।
-*कोटद्वार को कूड़े से निजात दिलाने के लिए कोटद्वार ट्रीचिंग ग्राउंड को अन्यत्र स्थांतरित करना*: कोटद्वार की सफाई और स्वच्छता की मांग।
-मालन का शीघ्र जीर्णोधार, मालन के विकास और सुधार की मांग।
-कनव आश्रम का विकाश*: कनव आश्रम के विकास और सुधार की मांग।
-बेस हॉस्पिटल में हृदय रोग, नसों के डॉक्टर की नियुक्त, बेस हॉस्पिटल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग।
-पूर्व सैनिकों के लिए तहसील परिसर में एक अलग कार्यालय की व्यवस्था*: पूर्व सैनिकों के लिए अलग कार्यालय की मांग।
–वीर नारियों के मान और सम्मान की रक्षा के लिए विशेष प्रयत्न करने की आवश्यकता है।
-पूर्व सैनिकों के लिए शासन प्रदान में अन्य वर्गो की तरह कोटा निर्धारित करना है।
इस बैठक में कैप्टन बीएस राणा, कैप्टन आलम सिंह, कैप्टन चंदन सिंह, विनोद खंडूरी,अनसूया प्रसाद सेमवाल, अनसूया प्रसाद गोस्वामी, और देवेंद्र बिष्ट, यज्ञ सिंह परमार, डीपी सती, अजीत सिंह, राकेश ध्यानी, कैo पीएस भंडारी, जगदीश पांडे, लीला राम सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। पूर्व सैनिक संघर्ष समिति कोटद्वार का मुख्य उद्देश्य कोटद्वार और पूर्व सैनिकों के हितों के लिए काम करना और उनके मान-सम्मान की रक्षा करना है।