दर्द को महसूस किया जा सकता है।रोबोट

टोक्यो। जापान के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा एंड्रॉइड बेस्ड रोबोट बनाया है, जो  महसूस कर सकता है। इनका दावा है कि वह दिन दूर नहीं जब इंसान रोबोट दर्दके साथ रह सकेगा। वैज्ञानिकों ने बताया कि इंसानों से जैसे रोबोट होना नई बात नहीं है, लेकिन इनमें फीलिंग (अहसास) लाना बड़ी कामयाबी है। ओसाका यूनिवर्सिटी की टीम ने ऐसे रोबोट का एक वीडियो जारी किया है।

वैज्ञानिक इस रोबोट में सहानुभूति और नैतिकता भी लाने का प्रयास कर रहे हैं।

वैज्ञानिक इस रोबोट में सहानुभूति और नैतिकता लाने का प्रयास कर रहे हैं।

प्रोफेसर असादा ने इसका नाम ‘एफेट्टो’ नाम दिया है। इसका इटैलियन में मतलब एफेक्शन यानी प्यार (स्नेह) है। टीम ने रोबोट का चेहरा बनाया है। यह कोमल स्पर्श और कठोर स्पर्श को पहचान कर सकता है और चेहरे पर इसके भाव देखे जा सकते हैं। एफेट्टो को 2011 में इसे लोगों के सामने रखा था। इसके बाद 2018 तक इसमें कई बदलाव किए गए। इसमें इलेक्ट्रिकल चार्ज के जरिए सिंथेटिक स्किन लगाई गई है, इसके जरिए दर्द को महसूस किया जा सकता है।

प्रोफेसर असादा ने बताया कि हम रोबोट में एक स्पर्श और दर्द तंत्रिका तंत्र का एम्बेड कर रहे हैं, ताकि रोबोट को दर्द महसूस हो और वह दूसरों के छूने और दर्द को महसूस कर सके। अगर यह संभव हुआ तो हम देखेंगे कि क्या सहानुभूति और नैतिकता भी लाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि हम इंटेलिजेंट रोबोट्स के साथ सिम्बाइटिक सोसाइटी बनाने का लक्ष्य रख रहे हैं। प्रोफेसर ने कहा कि हम कामयाब हुए थे तो रोबोट जापान के वृद्ध समाज को भावनात्मक और शारीरिक सहायता प्रदान कर सकते हैं।