दुनिया पर गहराया मंदी का साया, न्यूजीलैंड ने अर्थव्यवस्था बचाने के लिए की 7.3 अरब डॉलर के पैकेज की घोषणा

वेलिंगटन। मंदी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक दिन पहले ही एक सवाल पर कहा था कि ऐसा हो भी सकता है। मगर हम इस मामले को कोरोनावायरस के नजरिए से नहीं देख रहे हैं। वहीं आज यानी मंगलवार को न्यूजीलैंड के वित्त मंत्री ग्रांट रॉबर्टसन ने माना कि आर्थिक मंदी लगभग तय है। उन्होंने संसद में कहा, श्श्हम एक ऐसी बाहरी ताकत से लड़ रहे हैं, जो हमारे नियंत्रण से बाहर है और जिसने दुनिया भर में तबाही मचा दी है। हम लड़ने के लिए तैयार हैं। रॉबर्टसन ने कहा कि यह पैकेज राहत को लेकर सरकार का महज पहला कदम है। उन्होंने कहा कि मई में सालाना बजट में अन्य राहतों की घोषणा की जाएगी।

7.3 अरब अमेरिकी डॉलर के राहत पैकेज की घोषणा

न्यूजीलैंड ने कोरोना वायरस से फैली महामारी से अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे असर को दूर करने के लिए मंगलवार को 12.1 अरब न्यूजीलैंड डॉलर यानी 7.3 अरब अमेरिकी डॉलर के राहत पैकेज की घोषणा की। न्यूजीलैंड के वित्त मंत्री ग्रांट रॉबर्टसन ने माना कि आर्थिक मंदी लगभग तय है। हालांकि उन्होंने कहा कि इस पैकेज में वेतन संबंधी सब्सिडी, कर राहत तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। यह अर्थव्यवस्था पर महामारी के असर का कुछ कम करेगा।

मंदी को लेकर ट्रंप का जवाब

मंदी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक दिन पहले ही एक सवाल पर कहा था कि ऐसा हो भी सकता है। मगर हम इस मामले को कोरोनावायरस के नजरिए से नहीं देख रहे हैं। मुझे लगता है कि स्टॉक मार्केट और अर्थव्यवस्था की मांग कहीं दबी-छिपी है। एक बार हम हालिया परिस्थितियों से निपट लें। इसके बाद आप अर्थव्यवस्था में बड़ी उछाल देखेंगे। वहीं अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर में एक फीसदी की कटौती कर चुका है। फेड ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 700 अरब डॉलर डालने का भी फैसला किया है। उसने 500 अरब डॉलर और 200 अरब डॉलर के सरकारी बांड खरीदने की घोषणा की है। वहीं, न्यूजीलैंड के केंद्रीय बैंक ने भी आपातकालीन बैठक के बाद सोमवार को ब्याज दरों में 75 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। वहीं दुनिया भर के कई देशों के केंद्रीय बैंकों ने नीतिगत दरें कम की हैं।