योग को नित्य जीवन आचरण में शामिल करने की सलाह
देहरादून। प्राकाम्या योग प्राकृतिक चिकित्सा केन्द में विश्व योग दिवस के मौके पर योगाभ्यास के महत्व पर प्रकाश डालते हुए योग को हर व्यक्ति को अपने नित्य जीवन आचरण में ढालने की सलाह दी गयी।
इस मौके पर प्राकाम्या योग प्राकृतिक चिकत्सा केन्द्र की योगाचार्य पूनम कोहली ने कहा कि योग सिर्फ शरीर को चुस्त रखने का काम ही नही करता बल्कि योग के माध्यम से कई रोगों का उपचार भी संभव है। कई बिमारियां योगाभ्यास निरंतर करने से स्यंम की खत्म हो जाती है। साथ ही योग के साथ मैडिटेशन को भी यदि कोई व्यक्ति हर रोज का संगी साथी बना ले तो उसका शरीर चुस्त होने के साथ ही मन भी शांत और स्थिर रहेगा। योग हमारे शरीर को ही नहीं हमारे मानसिक तनाव को भी
ठीक करता है…आज कोरोनाकाल में सबको यह अच्छे से ज्ञात हो गया की शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत रहना बहुत जरूरी है…और यह योग और प्राकृतिक चिकत्सा से ही संभव है…इसीलिए मन एवं तन को स्वस्थ रखना है तो नियमित रूप से योग करना अनिवार्य हैै। उन्होंने योग को अपने जीवन आचरण में शामिल करने की सलाह दी।