श्री केदारनाथ धाम वर्ष-2023 की यात्रा को। व्यवस्थाओं के संबंध में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अधिकारियों के साथ बैठक ली

 

देहरादून। श्री केदारनाथ धाम वर्ष-2023 की यात्रा को सुगम, सुदृढ़ एवं सफल संचालन के लिए की जाने वाली तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के संबंध में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में यात्रा से जुड़े सभी अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर जिस स्तर से जो भी कार्य एवं व्यवस्थाएं की जानी हैं उन सभी व्यवस्थाओं एवं कार्यों को 15 अप्रैल, 2023 तक अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता डीडीएमए को निर्देश दिए हैं कि केदारनाथ धाम एवं पैदल ट्रैक रूट में जो भी कार्य किए जाने हैं उन कार्यों को अनिवार्य रूप से 15 अप्रैल, 2023 तक पूर्ण करना सुनिश्चित करें जिसके लिए उन्होंने ट्रैक रूट पर रैलिंग कार्य एवं यात्री शेड कार्यों को समयबद्धता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि सीतापुर एवं अन्य पार्किंग के लिए जो भी टैंडर प्रक्रिया की जानी हैं उन्हें माह मार्च के प्रथम सप्ताह तक अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने सुलभ इंटरनेशनल को निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम में जो भी शौचालय का कार्य किया जाना है उस कार्य को भी अनिवार्य रूप से 15 अप्रैल, 2023 तक पूर्ण करना सुनिश्चित करें तथा शौचालयों की सफाई व्यवस्था हेतु पर्याप्त सफाई कर्मियों की तैनाती समय से करने के लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित कर ली जाए।
जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोडे-खच्चरों के लिए एसओपी तैयार करते हुए सभी प्रक्रिया समय से पूर्ण कर ली जाए तथा यात्रा मार्ग में घोड़े-खच्चरों का ठीक ढंग से संचालन हो इसके लिए सभी कार्यवाही पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को निर्देश दिए हैं कि केदारनाथ धाम में संचालित हो रहे डंडी-कंडी हाॅकरों के भी अनिवार्य रूप से परिचय-पत्र निर्गत करने के निर्देश दिए। बिना परिचय-पत्र के किसी भी दशा में डंडी-कंडी संचालकों, घोड़ा-खच्चरों हाॅकरों एवं मालिकों को यात्रा मार्ग में अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी। बिना परिचय-पत्र के पाए जाने वालों के विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए गए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम में जो भी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी हैं उन सभी की व्यवस्थाएं समय से पूर्ण कर ली जाएं तथा जल संस्थान को केदारनाथ धाम एवं यात्रा मार्ग में पानी की आपूर्ति सुचारू करने के साथ ही घोड़े-खच्चरों के लिए गरम पानी की चरियों की व्यवस्था को भी समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग में अवस्थित हैंडपम्पों की सूची उपलब्ध कराते हुए खराब हैंडपम्पों का मरम्मत कार्य शुरू करते हुए पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी द्वारा यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम में विद्युत व्यवस्था दुरस्त रखने तथा लगाई जाने वाली स्ट्रीट लाईट के संबंध में अधिशासी अभियंता विद्युत एवं उरेडा को विद्युत व्यवस्था हेतु जिन स्थानों में स्ट्रीट लाईट लगाई जानी हैं उन स्थानों में स्ट्रीट लाईट लगवाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने केदारनाथ एवं यात्रा मार्ग में आवासीय व्यवस्था हेतु जो भी टैंट लगाए जाने हैं उसके लिए जीएमवीएन को समय से कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यात्रा मार्ग में संचार व्यवस्था दुरस्त रखने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए कि यात्रा शुरू होने से पूर्व यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम में खाद्य पदार्थों की रेट सूची अनिवार्य रूप से लगाए जाने के लिए समय से आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। साथ ही यात्रा मार्ग में पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल-डीजल की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने केदारनाथ धाम में अलाव जलाने के लिए लकड़ी की व्यवस्था भी समय से करते हुए धाम में भेजना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सहायक परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि शटल व्यवस्था के लिए आवश्यक कार्मिकों की तैनाती समय से करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यात्रा मार्ग में यातायात व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस अधीक्षक को प्लान तैयार करने को कहा गया।
बैठक में पुलिस अधीक्षक डाॅ. विशाखा अशोक भदाणे, प्रभागीय वनाधिकारी इंद्र सिंह नेगी, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेंद्र सिंह, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल, जखोली परमानंद राम, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, हर्षवर्धनी सुमन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एच.सी.एस. मार्तोलिया, पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशीष रावत, अधिशासी अभियंता डीडीएमए प्रवीण कर्णवाल, पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, अधिशासी अभियंता जल संस्थान संजय सिंह, जल निगम नवल कुमार, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।