पार्षद व उसके गुण्डों ने किया मकान मालिक पर हमला सीसीटीवी कैमरे में दर्ज हुई पूरी घटना

देहरादून। असंल वैली में पार्षद व स्थानीय नागरिक के बीच हुए विवाद की वीडियो वायरल होने पर पार्षद का झूठ सामने आया और सारी हकीकत दुनिया के सामने आ गयी। अब पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है।
उल्लेखनीय है दून विहार के पार्षद संजय नौटियाल ने अंसल ग्रीन वैली के निवासी प्रवीण भारद्वाज पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद अगले दिन प्रवीन भारद्वाज ने चार पार्षदों सहित 21 लोगों के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट करने पत्नी व बेटे पर पेट्रोल छिडकर उनको जान से मारने का प्रयास करने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। असंल ग्रीव वैली प्रकरण पर चर्चाओं का बाजार गर्म था। इस पूरे मामले में किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि पार्षद सही बोल रहा है या फिर प्रवीन भारद्वाज इसपर चर्चाओं का बाजार गर्म था। तभी एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो सभी को सच्चाई का पता चल गया। सच्चाई यहीं थी कि पार्षद अपने तीसकृचालीस उपद्रवियों के साथ प्रवीन भारद्वाज के घर के बाहर जमा हो गया और हमलावरों ने उसके घर के दरवाजे पर लाते मारकर दरवाजा खोल प्रवीन भारद्वाज व उसके परिवार पर हमला कर दिया। यही नहीं इस भीड ने प्रवीन की पत्नी को बालों से पकडकर घसीटना शुरू कर दिया। वहां पर मौजूद दो पुलिस कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद हमलावरों के चुंगल से महिला को बचाया। इस दौरान पुलिसकर्मियों की कार्यवाही भी प्रशंसा के काबिल थी कि दो लोगों ने किस तरह से महिला व उसके पति को भीड से बचाया। वीडियों को देखकर यह भी साफ हो रहा है कि अगर यह दो सिपाही मौके पर नहीं होते तो यह साफ था कि यह भी मकान मालिक की हत्या करने पर अमादा थी और पुलिस कर्मी बीच में ना पडते तो यह भी उसकी हत्या कर ही देती। लेकिन भीड अव्रफामक हो रखी थी इस दौरान एक जेसीबी भी भीड के साथ दिखायी दी थी। भीड थी कि बेकाबू हो रही थी। भीड ने कई बार प्रवीन भारद्वाज पर हमला किया और उसकी पत्नी व बेटे पर भी हमला करती दिखायी दे रही थी। इसी दौरान प्रवीन भारद्वाज का पालतू कुत्ता किसी तरह से चेन तोडकर बाहर आ गया और उसने हमलावर भीड पर हमला बोल दिया। कुत्ते के बाहर आते ही भीड तितर बितर हो गयी तब जाकर पुलिस वालों व प्रवीन के परिवार को कुछ राहत मिली। इस पूरे प्रकरण में पार्षद की भूमिका संदिग्ध दिखायी दी। जिससे यह बात तो साफ हो जाती है प्रत्येक सिक्के के दो पहलू होते हैं इस लिए एक पहलू को देख अपनी राय कायम करना सही नहीं है। अगर वीडियो सामने नहीं आती तो किसी को भी सच्चाई का पता नहीं चलता। उक्त वीडियों में प्रवीन भारद्वाज के द्वारा स्थानीय विधायक पर भी गम्भीर आरोप लगाये हैं जिसकी जांच होनी जरूरी है अगर वह आरोप सही है तो विधायक के खिलाफ भी कार्यवाही होनी चाहिए। वहीं भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल पार्षद के पक्ष में डीआईजीध्एसएसपी दलीप सिंह कुंवर से मिलने गया था तथा उन्होंने इस दौरान पार्षद को निर्दोष साबित करते हुए कार्यवाही की मांग की थी। वहीं एसएसपी ने मीडिया को बताया कि घटना का सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ वीडियो उनके पास आ गया है और वीडियों की जांच किये जाने के बाद ही कार्यवाही की जायेगी। अब यह देखने की बात है कि इस पूरी वीडियो को देखने के बाद क्या पुलिस पार्षद व उसके साथियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज करेगी। अब लोगों की निगाह पुलिस की कार्यवाही पर है कि पुलिस सच्चाई को स्वीकार करती है या सच्चाई की अनदेखी करेगी।