यात्रा पड़ावों पर हो रहे अतिक्रमण के खिलाफ जिला प्रशासन ने चलाया डंडा सरकारी व वन पंचायत की भूमि पर अस्थाई व स्थायी अतिक्रमण को किया ध्वस्त
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा शुरू होने से पूर्व प्रशासन ने केदारनाथ पैदल मार्ग सहित केदारनाथ यात्रा पड़ावों और केदारनाथ हाईवे किनारे किये गये अतिक्रमण को हटाना शुरू कर दिया है। स्थानीय लोगों की ओर से अतिक्रमण के जरिये बनाये गये होटलों, अस्थाई दुकानों का ध्वस्तीकरण जारी है। जरूरत पड़ने पर बुलडोजर के जरिये भी यहां अतिक्रमण को ध्वस्त किया जा रहा है।
दरअसल, केदारनाथ यात्रा के दौरान केदारनाथ हाईवे सहित केदारनाथ पैदल मार्ग और केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ावों में स्थानीय लोगों की ओर से अतिक्रमण किया जाता है। स्थानीय लोग यहां अस्थाई कच्ची दुकानों का संचालन करके अपना रोजगार चलाते हैं। कई लोग तो अपने होटल-लाॅज की आड़ में सरकारी जमीन हो हड़प देते हैं। केदारनाथ पैदल मार्ग पर वर्तमान में प्रशासन की ओर से 52 दुकानों का संचालन किया जाता है, लेकिन सीजन में यहां दुकानों की संख्या सौ से पार हो जाती है। कई लोग अतिक्रमण करके पैदल मार्ग पर दुकाने बना देते हैं। ऐसे ही हाल केदारनाथ हाईवे के साथ ही अन्य जगहों की है। ऐसे में प्रशासन ने भी हाईवे और पैदल मार्ग पर यात्रा शुरू होने से पहले ही अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू कर दिया है। प्रशासन की टीम इन दिनों केदारनाथ पैदल मार्ग सहित केदारनाथ हाईवे किनारे के अलावा अन्य जगहों पर हो रहे अतिक्रमण हो हटाने में लगी हुई है।
वहीं डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि केदारनाथ हाईवे के साथ अन्य जगहों पर हो रहे अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया है। कहा कि कुछ लोगों ने स्थायी तौर पर अतिक्रमण करना शुरू कर दिया था। ऐसे में प्रशासन की टीम ने स्थायी के साथ ही अस्थायी अतिक्रमण को भी हटा दिया है। बताया कि राजस्व टीम व संबंधित अधिकारियों ने केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के सीतापुर, सोनप्रयाग व गौरीकुंड में किए जा रहे अतिक्रमण को हटा दिया है। उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि जिन जगहों पर अतिक्रमण हो रहा है, वहां के फोटोग्राफ और वीडियो बनाकर प्रशासन को भेंजे, जिससे अतिक्रमण के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जा सके।