बेहड़ ने थानाध्यक्ष पर लगाया अभद्रता का आरोप, धरने पर बैठे
रुद्रपुर। आवास विकास रोड पर बिना अनुमति के सत्संग के लिए लग रहा टेंट पुलिस ने रोक लिया। इससे भड़के लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान मौके पर पहुंचे किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ की पुलिस से नोकझोंक भी हुई।
इस दौरान उन्होंने थानाध्यक्ष ट्रांजिट कैंप पर अभद्रता करने का भी आरोप लगाया। जिसके बाद वह थानाध्यक्ष ट्रांजिट कैंप पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरने में बैठ गए। बाद में पहुंचे सीओ ओम प्रकाश ने बेहड़ से वार्ता हुई और शाम चार बजे से छह बजे तक की सत्संग के लिए टेंट लगाने की अनुमति के बाद मामला शांत हुआ।
आवास विकास रोड पर चार साहिबजादे चैक पर पार्षद रमेश कालड़ा के यहां पर सोमवार शाम को सत्संग था। इसके लिए सड़क पर एक तरफ टेंट लगाया जा रहा था। इसका पता चलते ही थानाध्यक्ष ट्रांजिट कैंप सुंदरम शर्मा, एसआइ प्रदीप पंत, एसआइ धीरज टम्टा पुलिस कर्मियों के साथ पहुंचे और बिना अनुमति के सड़क पर लग रहा टेंट का काम रूकवा दिया। इस दौरान उनका कहना था कि इससे यातायात प्रभावित होगी। यह सुनकर पार्षद और अन्य लोगों की पुलिस से विवाद हो गया। जिससे मौके पर अच्छा खासा हंगामा हो गया।
सूचना पर किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ भी पहुंच गए। जहां पर सत्संग के लिए टेंट लगाने को लेकर बेहड़ का थानाध्यक्ष और अन्य उप निरीक्षकों से नोकझोंक हो गई। इससे नाराज बेहड़ सत्संग स्थल पर ही थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरने में बैठ गए। इस दौरान थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने।
बेहड़ का कहना था धार्मिक और सामाजिक आयोजन पर लोग सड़कों पर टेंट लगाते आ रहे हैं। यह परंपरा चली आ रही है। केवल आधी गली ही बंद की गई है, बिना बात के थानाध्यक्ष ने इश्यू बना रखा है। जब वह यहां पहुंचे तो उनसे अभद्रता कर अपशब्द का प्रयोग किया। बाद में सीओ ओम प्रकाश पहुंचे और विधायक बेहड़ से वार्ता की। काफी देर तक हुई वार्ता के बाद शाम चार बजे से छह बजे तक सत्संग के लिए टेंट लगाने की अनुमति के बाद बेहड़ धरने से उठे। धरना देने वालों में पार्षद रमेश कालड़ा, व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा, जगदीश तनेजा, बंटी अरोरा, हरीश अरोरा, अशोक चोपड़ा, गगन दुनेजा, सत्यम अरोरा, लक्की कालड़ा, राजीव कामरा, गौरव बेहड़, राकेश कालड़ा, बाबू कालड़ा, अमन खेड़ा, चंद्रप्रकाश, प्रीतम सिंह समेत तमाम लोग थे।