बुद्ध पूर्णिमा पर स्नान कर सुख शांति की कामना की
हरिद्वार। हिंदू व बौद्ध मतावलंबी का वैसाख शुक्ल पूर्णिमा यानी बुद्ध पूर्णिमा पर हरिद्वार और ऋषिकेश सहित उत्तराखंड के सभी गंगा घाटों पर तड़के चार बजे से ही स्नान का दौर जारी रहा। इस मौके पर श्रद्धालुओं ने पूजा-पाठ कर शांति की कामना की। स्नान का शुभ मूहुर्त सुबह चार बजकर 12 मिनट से शुरू हो गया था।
किशन नगर चैक स्थित राधा कृष्ण मंदिर के पंडित प्रमोद चमोली के अनुसार, इस दिन गंगा घाटों में स्नान का विशेष महत्व है। लोग भगवान बुद्ध की पूजा करते हैं। कई लोग घरों में भगवान सत्यनारायण की भी पूजा करवाते हैं। उन्होंने बताया कि कई लोग फोन कर इस दिन चंद्र ग्रहण लगने की बात कह रहे हैं लेकिन भारत में ग्रहण नहीं है।
मान्यता है कि इसी दिन बुद्ध भगवान का जन्म हुआ था। इसी दिन उन्हें ज्ञान की भी प्राप्ति हुई थी। इसलिए हिंदू व बौद्ध मतावलंबी इस दिन को मनाते हैं। पूर्णिमा की रात चंद्रमा की छाया में रहने से आरोग्य की प्राप्ति होती है। बुद्ध पूर्णिमा पर इस बार सिद्धि योग भी बन रहा है। जिसमें किए पुण्य कार्यो का कई गुना फल मिलता है।