लोकसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर व्यय प्रेक्षक स्वाति शिवम के सामने चुनाव पर हुए खर्च से संबंधित लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
देहरादून।लोकसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर व्यय प्रेक्षक स्वाति शिवम के सामने चुनाव पर हुए खर्च से संबंधित लेखा जोखा प्रस्तुत किया। कलक्ट्रेट में व्यय लेखा टीम ने प्रत्याशियों के व्यय अभिलेख चेक किए। इस दौरान दो प्रत्याशी व्यय लेखा परीक्षण कराने नहीं पहुंचे। प्रेक्षक ने अनुपस्थित व्यक्तियों के खिलाफ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने प्रत्याशियों के लिए खर्च सीमा तय की है। चुनाव के दौरान प्रत्याशी 95 लाख रुपये से अधिक खर्च नहीं कर सकेंगे। इतना ही नहीं, प्रत्याशी को हर खर्च का ब्योरा आयोग को देना अनिवार्य है। निर्वाचन अवधि के दौरान लेखा मिलान कार्य तीसरी बार किया जा रहा है, ताकि लेखांकन में किसी भी प्रकार से विरोधाभास की स्थिति उत्पन्न न हो।
वर्तमान स्थिति के अनुसार बीएसपी के प्रत्याशी जमील अहमद द्वारा 2910640 रुपए, बीजेपी के त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा 6627431 रूपए, कांग्रेस के वीरेंद्र रावत द्वारा 5678906 रुपए, यूएसपी के बलवीर सिंह भंडारी द्वारा 243827 रूपये, यूकेडी के मोहन सिंह असवाल द्वारा 562106 रुपए, पीपीओआई ललित कुमार द्वारा 507852 रुपए, बीआरएडी के सुरेश पाल द्वारा 119268 रुपए, निर्दलियों में अकरम हुसैन द्वारा 194100 रुपए, आशीष ध्यानी द्वारा 33300 रुपए, उमेश कुमार द्वारा 3423236 रुपए, करन सिंह सैनी द्वारा 120760 रुपए, विजय कुमार द्वारा 124805 रुपए खर्च किए गए। जबकि दो निर्दलीय प्रत्याशी अवनीश कुमार व पवन कश्यप लेखा मिलान में अनुपस्थित रहे। 10 अप्रैल 2024 के लेखा मिलान में अवनीश कुमार का खर्च 15041 रुपए तथा पवन कश्यप का खर्च 33100 रुपए था।