सचिव ग्राम्य विकास, श्रीमती राधिका झा द्वारा एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना (पीएसपी) द्वारा निर्मित (वर्तमान में ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना रीप) तथा अंतराष्ट्रीय कृषि विकारा निधि (आईएफडी) द्वारा वित पोषित एग्रीबिजनेस ग्रोथ सेन्टर, ग्राम-कोटी का निरीक्षण किया गया।

देहरादून ।सचिव ग्राम्य विकास, श्रीमती राधिका झा द्वारा एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना (पीएसपी) द्वारा निर्मित (वर्तमान में ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना रीप) तथा अंतराष्ट्रीय कृषि विकारा निधि (आईएफडी) द्वारा वित पोषित एग्रीबिजनेस ग्रोथ सेन्टर, ग्राम-कोटी का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सचिव ग्राम्य विकास ने ग्रोथ सेन्टर अंतर्गत सेब का प्रसंस्करण आदि कार्य देखा गया एवं विभिन्न स्थानीय उत्पादों का मूल्य संवर्द्धन आदि प्रक्रिया देखी।
भ्रमण के दौरान सचिव ग्राम्य विकास ने ग्राम पंचायत कोटी में वित्तीय वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 में प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत निर्मित 8 लाभार्थीयों के आवास के आवासों को भी देखा। इसके उपरान्त उन्होंने विकासखण्ड कालसी में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत निर्मित कोटी डिमऊ मोटर मार्ग, वनधन केन्द्र एवं विकासखण्ड कार्यालय का निरीक्षण किया।
कालसी भ्रमण के दौरान ग्रोथ सेन्टर का संचालन विशायल खत आजीविका बहु‌द्देशय स्वायत्त सहकारिता, कालसी की अध्यक्षा तथा ग्रोथ सेंन्टर कार्मिकों के द्वारा बताया गया कि ग्रोथ सेंन्टर अंतर्गत स्थानीय उत्पाद जैसे-सेब, माल्टा, अदरक, ऑवला आदि का प्रसंस्करण कर उनका मूल्य संवर्द्धन कर एप्पल जैम, एप्पल चटनी, अदरक कैंडी, ऑवला कँडी आदि का निर्माण किया जा रहा है। तथा स्थानीय राजमा, टमाटर, मटर आदि दाल एवं सब्जियों की शार्टिंग एवं ग्रांडिंग कर उत्पादों का विपणन कार्य किया जा रहा है तथा विगत वर्ष में ग्रोथ सेन्टर अंतर्गत 200 कुन्टल सेब का प्रसंस्करण कर उसे बेचा गया जिससे ग्रोथ सेन्टर में 33.00 लाख का व्यवसाय हुआ।
सचिव ग्राम्य विकास ने किए जा रहें प्रयासों की सहराना की गई साथ ही जिला एवं राज्य स्तरीय अधिकारीयों को महिलाओं द्वारा निर्मित एप्पल चटनी (Apple Marmalade) एवं Ginger Candy को हाउस ऑफ हिमालयास के माध्यम से देश-विदेशों तक बेचने के निर्देश दिए एवं महिलाओं द्वारा निर्मित गेहूँ का मूडा (स्थानीय उत्पाद) को सचिवालय स्थित कैन्टीन एवं आउटलेट आदि के माध्यम से बेचने हेतु आश्वस्थ किया गया।
इसके उपरान्त सचिव ग्राम्य विकास न राज्य स्तर पर ग्रोथ सेंटर के जीर्णाेधार एवं मशीनरी की आवश्यकता आदि को पूर्ण करने एवं महिलाओं को अन्य नवीन उत्पाद को निर्मित करने हेतु प्रशिक्षण देने हेतु राज्य स्तरीय अधिकारीयों एवं जिला परियोजना प्रबंधक, देहरादून,को निर्देश दिए। महिलाओं द्वारा सचिव ग्राम्य विकास को अवगत कराया कि  प्रेरणा प्राप्त कर एवं उनके द्वारा दिए गए आश्वासन के प्रति हर्ष व्यक्त किया गया। तथा सचिव ग्राम्य विकास को एवं मुख्य विकास अधिकारी का पारम्परिक वास्केट, ढॉडू एवं स्वनिर्मित उत्पाद भेंट कर अतिथियों का अभिवादन किया गया।
कलसी भ्रमण के पश्चात् सचिव ग्राम्य विकास ने  विकासखण्ड विकासनगर कार्यालय का भ्रमण एवं निरीक्षण किया, तत्पश्चात् विकासखण्ड- सहसपुर स्थित उत्तरा सरस सेन्टर का अवलोकन कर ई. टी.सी. शंकरपुर एवं आर.बी.आई. कार्यालय का निरीक्षण किया।
भ्रमण के दौरान  मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, उपायुक्त, (आरडी) राजपूत सिंह, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह, जिला विकास अधिकारी, सुनील कुमार, जिला परियोजना प्रबंधक, कैलाश चन्द्र भट्ट, खण्ड विकास अधिकारी, विकासखण्ड कालसी जगत सिंह, विकासनगर  शक्ति प्रसाद भट्ट एवं सहसपुर मुन्नी शाह, ब्लॉक प्रमुख, कालसी मठौर सिंह, ब्लॉक प्रमुख विकास नगर जसविंदर सिंह एवं रीप व एनआरएलएम के समस्त जिला एवं ब्लॉक स्तरीय स्टाफ उपस्थित रहें।