यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के छात्र, लगा रहे मदद की गुहार

देहरादून। इन दिनों पूरे देश मे जारी लॉकडाउन के चलते यूक्रेन के टरनोपिल शहर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे उत्तराखंड में रुद्रपुर के पांच छात्र फंसे हुए हैं। निराश छात्रों ने वीडियो भेजकर उन्हें घर ले जाने की गुहार लगाई है। इधर, परिजन भी छात्रों को लेकर खासे परेशान हैं।

रुद्रपुर के प्रीत विहार निवासी जावेद अंसारी, अर्श मलिक, ग्राम मलपुरा निवासी मोहम्मद शारिफ, ग्राम शिमला पिस्तौर निवासी चंदन जल्होत्रा और तराई विहार निवासी उसामा कुरैशी यूक्रेन के टरनोपिल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं।

फोन पर जावेद ने बताया कि यूक्रेन में कोरोना वायरस फैला हुआ है। यहां 13 मार्च से ही लॉकडाउन है। वे लोग किराए के फ्लैट में ही हैं। लॉकडाउन के चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनको खाने-पीने की चीजों के लिए परेशान होना पड़ रहा है। वे बाहर नहीं निकल पा रहे हैं और पैसे भी खत्म हो रहे हैं। उनके घरों से खर्च के लिए रुपये तक नहीं आ पा रहे हैं।

यूक्रेन में फंसे हुए छात्र

यूक्रेन में फंसे हुए छात्र

छात्र अर्श मलिक ने बताया कि जैसे और देशों से हिंदुस्तानियों को वापस लाया गया है। उसी तरह उन्हें भी यूक्रेन से भी फंसे हुए लोगों को लाने की व्यवस्था भारत सरकार को करनी चाहिए। वे लोग बेहद परेशान हैं। इन छात्रों के साथ रहने वाले इंदौर निवासी साहिल ने बताया कि परिवहन सेवा के साथ ही दुकानें बंद हैं।

इस शहर में करीब एक हजार भारतीय छात्र रह रहे हैं, जो हॉस्टल में रह रहे हैं, उनको बाहर आना मना है। कोरोना के डर से वे बेहद आशंकित हैं। मेडिकल छात्रों का कहना है कि उन्होंने दूतावास के साथ ही पीएम और अन्य मंत्रियों को ट्वीट किए हैं। इसके अलावा मेल भी किए गए हैं लेकिन अभी तक कोई रिस्पांस नहीं मिला है।

जावेद के भाई गुफरान निवासी प्रीत विहार ने बताया कि टरनोपिल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने वाले उनके भाई सहित अन्य कई भारतीय छात्र परेशान हैं। वे भारत आने की कोशिश कर रहे हैं और हम विभिन्न माध्यमों से उनको घर लाने की कोशिशों में जुटे हैं।

लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है। भारत सरकार से हमारी गुजारिश है कि इस मामले में हस्तक्षेप कर यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने की कार्यवाही करें। कहा कि इस संबंध में वे जिला प्रशासन से गुहार लगाएंगे।